अनुवाद: सूरह अश-शरह (ह्रदय का विस्तार) سُورَة الشرح
بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
अल्लाह के नाम से जो बड़ा कृपालु और अत्यन्त दयावान हैं।
أَلَمْ نَشْرَحْ لَكَ صَدْرَكَ ١
क्या ऐसा नहीं कि हमने तुम्हारा सीना तुम्हारे लिए खोल दिया? (१)
وَوَضَعْنَا عَنْكَ وِزْرَكَ ٢
और तुमपर से तुम्हारा बोझ उतार दिया, (२)
الَّذِي أَنْقَضَ ظَهْرَكَ ٣
जो तुम्हारी कमर तोड़े डाल रहा था? (३)
وَرَفَعْنَا لَكَ ذِكْرَكَ ٤
और तुम्हारे लिए तुम्हारे ज़िक्र को ऊँचा कर दिया? (४)
فَإِنَّ مَعَ الْعُسْرِ يُسْرًا ٥
अतः निस्संदेह कठिनाई के साथ आसानी भी है (५)
إِنَّ مَعَ الْعُسْرِ يُسْرًا ٦
निस्संदेह कठिनाई के साथ आसानी भी है (६)
فَإِذَا فَرَغْتَ فَانْصَبْ ٧
अतः जब निवृत हो तो परिश्रम में लग जाओ, (७)
وَإِلَىٰ رَبِّكَ فَارْغَبْ ٨
और अपने रब से लौ लगाओ (८)