अनुवाद: सूरह अल-मसद (खजूर की रस्सी) سُورَة المسد
بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
अल्लाह के नाम से जो बड़ा कृपालु और अत्यन्त दयावान हैं।
تَبَّتْ يَدَا أَبِي لَهَبٍ وَتَبَّ ١
टूट गए अबू लहब के दोनों हाथ और वह स्वयं भी विनष्ट हो गया! (१)
مَا أَغْنَىٰ عَنْهُ مَالُهُ وَمَا كَسَبَ ٢
न उसका माल उसके काम आया और न वह कुछ जो उसने कमाया (२)
سَيَصْلَىٰ نَارًا ذَاتَ لَهَبٍ ٣
वह शीघ्र ही प्रज्वलित भड़कती आग में पड़ेगा, (३)
وَامْرَأَتُهُ حَمَّالَةَ الْحَطَبِ ٤
और उसकी स्त्री भी ईधन लादनेवाली, (४)
فِي جِيدِهَا حَبْلٌ مِنْ مَسَدٍ ٥
उसकी गरदन में खजूर के रेसों की बटी हुई रस्सी पड़ी है (५)